NOT KNOWN DETAILS ABOUT BHOOT KI KAHANI

Not known Details About bhoot ki kahani

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Bhoot ki kahani

प्रसाद ने पहले तो उसे डांटा कि वह पटरी के इतने पास क्यों गया। रमेश ने प्रसाद को अपने साथ घट रही सारी अजीब घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया। प्रसाद तुरंत ही समझ गया। उसने कहा, इस इलाके में कई छलावे रहते हैं। वो सब रूप और शरीर बदल बदलकर आपसे बात करना चाहते हैं। उसके बाद आपको नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश करते हैं।

Science ye manta hai ki insan ke Marne ke baad uske sarir se unbalanced damaging Power develop hoti hai aur Admi ka ka sarir 21 gram weight-loss kar deta hai par ye kehena ki Vo vapis badla lene aaege galat hai

जब उन्होंने जंगल में प्रवेश किया तो देखा, सूरज की रोशनी पेड़ के घने पत्तो से संघर्ष करते  हुए जमीन पर गिर रही थी। जंगल एकदम शांत था। उनको डर भी बहोत लग रहा था, लेकिन उनकी उत्तेजना ने उन्हें आगे बढ़ाया। कभी-कभार उल्लू की आवाज को छोड़कर जंगल में सन्नाटा था।

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एक बार की बात है, मैं अपने घर के बाहर खटिया में लेटा हुआ था. गर्मी के महीने चल रहे थे, इसलिए अक्सर हम लोग […]

क्यों मजाक कर रहे हो । अभी तो तुमने बीड़ी अपने हाथ में ली थी। तो उसने बोला कि हमको तो दिया ही नहीं हमको लगा। कि यह मजाक कर रहा है.

तीन सच्ची कहानियाँ – ऐसी सत्य घटनायेँ जहां पर आम लोगो ने पारलौकिक शक्तियों का अनुभव किया है

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ये किस्सा रीवा जिले का हैं। हम जनता कॉलोनी में रहा करते थे। यही पर हमारी एक बिलडिग थी, इस बिल्डिंग को पामेल बिल्डिंग के […]

पापा हम कल भी घूमने जाएंगे। किशोर = ठीक है। बेटा हम ...

क्या पता इसको भी इन चीजों में दिलचस्पी हो दूसरे दिन हम लोगों ने ऐसा ही किया तो रात में वह अंदर खेलने नहीं आया। हम लोग ऐसा चार-पांच दिन में एक बार रख के आ जाते थे । एक बार गांव वालों ने देख लिया और पूछा तो हमने सारी बातें बता दी । तब से आज भी वहां पर गांव वाले बीड़ी माचिस ताश के पत्ते हफ्ते में एक बार जरूर चढ़ाते हैं। और आज भी वह आत्मा किसी को परेशान नहीं करती।

कहानी सुनतेही उनकी आंखों में इस पौराणिक गुफा के बारे में पता लगाने के इच्छा जाग उठी। उन्होंने कुछ स्नैक्स, पानी और एक टॉर्च पैक किया और गुफा ढूंढ़ने के लिए निकल पड़े। गांब वाले उन्हें यह कहते हुए चेतावनी दी कि यह गुफा भूतिया और खतरनाक है, लेकिन राम और सोनू कहां किसी की सुनने वाले थे।

लेकिन जब से मेरी मां के साथ ऐसा हादसा हुआ था । तब से मां को थोड़ी भूलने की बीमारी और थोडी डरने की बीमारी हो गई ।और एक कमरे में बंद रहने लगी । क्योंकि बाहर अभी भी चाची की आत्मा दिखाई देती है । लोग बोलते हैं कि यह असत्य है। लेकिन जिसके ऊपर बीतती है । वही जानता है । bhoot ki kahaniya

पमिनाबहन जिस मकान में रहती थीं उस मकान में अचानक अजीबो-गरीब घटनायेँ होने लगीं। जैसे कि –

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